जिन महिलाओं के पीरियड सही समय पर नहीं आते उनमें स्तनों के विकास की समस्या अक्सर देखी जाती है।
कभी-कभी तनाव की वजह से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिस कारण स्तन ठीक तरह विकसित नहीं हो पाते।
इस दौरान अपनी एड़ियों को उंचा उठाकर रखें। इससे स्टिफनेस को दूर किया जा सकता है।
इस दौरान आपका बायां पैर सीधा होना चाहिए ताकि आप शरीर का संतुलन बना पाएं।
जो लड़कियां अपने स्तनों के छोटे साइज को लेकर परेशान रहती है। उनके लिए यह जानना जरुरी है की ब्रैस्ट न बढ़ने के कारण क्या है।
प्याज को मिक्सी में पीस लें। उस का रस निकाले, उसमें आधा चम्मच शहद और पीसी हुई हल्दी मिला लें। अब इसका एक लेप बनाएं और रात को सर्कुलर मोशन में अपनी ब्रेस्ट पर मसाज करें, सुबह गुनगुने पानी से धो लें। मनचाहा परिणाम पाने तक इस ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के घरेलू नुस्खे को करें।
डायमंड click here पुश-अप्स क्लासिक पुश-अप्स का ही एक प्रकार है, लेकिन ये ज़्यादा ख़ास तौर पर ट्राइसेप्स मांसपेशियों को लक्षित करते हैं। अगर आप अपनी बाहों को आकार देना चाहते हैं, तो ये आपके रूटीन में शामिल करने के लिए एक बेहतरीन व्यायाम है।
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हैलो स्वास्थ्य आपका सबसे भरोसेमंद मित्र बनना चाहता है, जो आपको हेल्दी जिंदगी जीने के लिए जानकारी दे सके.
वजन कम होने की वजह से भी छोटे ब्रेस्ट होते है।
जब हाथ नीचे की ओर लाते हैं, तो सांस अंदर लें।
अपने दोनों हाथों की सभी उंगलियों को मिला कर एक ब्रेस्ट पर निप्पल के घेरे को छोड़ कर रखें।
इससे स्तनों के नीचे स्थित पेक्टोरल मांसपेशियां मजबूत होती है। शुरू में आपको इससे थकान होगी। लेकिन धीरे - धीरे आदत हो जाएगी। एक दिन में ४ से ५ पुश-अप के २ - ३ सेट करे।
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